अब ज़िन्दगी का मक़सद तुम्हें प्यार करना है
तुम्हारी याद में जीना है
तुमसे कोई भी शिकायत नहीं करना है
बस तुम्हारी याद में जीना है
तुम छोड़के गए कोई मज़बूरी रही होगी
तुम्हारी हर मज़बूरी का साथ निभाना है
तुम्हें मैं बहुत चाहता हूं हद से ज्यादा
तुम्हें चाहते ही जाना है
तुम्हारी याद में पल पल खोना मुझे अच्छा लगा
बस यही बात मुझे तुमको बताना है
तुम कोई भी कैसा भी फैसला लो
तुम्हारे हर फ़ैसले को सिर माथे लगाना है
तुम बहुत आगे जाना चाहती हो
कसम से तुम्हें बहुत आगे ले जाना है
तुम कोई भी अफ़सोस न करना मुझे लेकर
जो मेरी किस्मत में है मुझे वही मिलना है
तुम्हें मुझसे ज्यादा गैरों पर भरोसा है
मुझे तुम्हारे भरोसे का सम्मान करना है
माफ़ करना मग़र ये भी जरूरी है
तुम्हारे इश्क में मुझे कुछ झूठ बोलना है
मेरी दुनिया मे आग लगाने वाले बहुत खुश हैं
तुम मुझसे रूठी नहीं हो उनसे बस यही कहना है
तुम मुझसे रूठी हो तो जब तक चाहो रूठी रहना
मग़र तुम मुझसे नाराज़ नहीं हो दुनिया को यही बताना है
तुम्हारे लिए मैं कुछ भी न कर सका
बस इसी बात पर जिंदगी भर मुझे पछताना है
तुम्हें मैंने इंसान कम ख़ुदा ज्यादा माना है
तुम सुनो तुम्हे बस यही बताना है
तुम्हारे पांव की मिट्टी मांगी तो तुम्हें गलत लगा
माफ़ी चाहता हूं अभी भी उसे ही माथे लगाना है
आख़िरी बात है कि तुम्हारा पता ढूंढता हूं मैं सुमित
तुम बुरा न मानना मुझे तुमसे मिलने आना है
तुम मिल न सको कोई बात नहीं पर सुनो मेरी
तुम्हारे रस्ते पर तुम्हें देखने आना है।
तुम्हारे कदम छुए और छूने की तमन्ना अभी भी
तुम क़दम छूने देना मुझे तुमसे यही मांगना है।
मैंने सुना है तुम्हें मेरे नाम से भी चिढ़ है
मुझे वही चिढ़ अपनी आंखों से तुम्हारी आँखों मे देखना है।
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