अपार हर्ष हो रहा है आज पोस्ट करते हुए। माफी चाहता हूं थोड़ा देर से कर पाया क्योंकि काफी दिनों से रोज लिख रहा था पर पूरा नहीं कर पा रहा था। विगत मास में आपका जन्मदिवस था और मेरे पास उपहार देने के लिए मेरी भावनाओं के अतिरिक्त और कुछ नहीं है।
Happy birthday dear
सुमित
होठों पर मुस्कान रहे और जीवन में खुशहाली हो।
महके महके फूल खिलें हर ओर तेरे हरियाली हो।
जन्म दिवस की ढेर बधाई अन्तस् की गहराई से,
होली सा हर दिन हो तेरा हर रात तेरी दीवाली हो।१
बड़े बैलून ब्ल्यू रंग के हवा में फोड़कर आए।
जनम दिन की मुबारकबाद भी दिल खोलकर लाए।
कभी मिलना तुम्हें भी हम कसम से पार्टी देंगें,
अकेले याद में तेरी समोसे तोड़कर आए।।२
तुम्हारी याद न आई हो ऐसा कौन सा दिन था,
तुम्हारी याद लेकिन आज मुझे भरपूर आई है।
ख़ुशी का पल सजा आलम तमन्ना न अधूरी हो,
जनमदिन की मुबारक़बाद बधाई हो बधाई है।।३
सदा खुशियों की दुनिया मे तुम्हारा बसेरा हो।
सुहानी हो शाम महकता हर एक सवेरा हो।
जन्मदिवस कुछ इस तरह मुबारक हो सुमित,
बनो चमन के फूल तुम्हें खुशबुओं ने घेरा हो।।४
मन शांत रहे हिमगिरि जैसा।
तन महके तेरा सन्दल सा।
यश कीर्ति बढ़े अम्बर जैसी,
हो निर्मलता गंगा जल जैसा।।५
सितारों से भरा आंगन महकती रात देनी है।
चमन के फूल तुम मेरे तुम्हे सौगात देनी है।
तुम्हारे व्यस्त जीवन से कुछ पल सुमित दे दो,
जनम दिन की तुम्हें प्यारे मुबारकबाद देनी है।।६
चमकता चांद सा चेहरा हँसी से फूल खिल जाए।
तेरी गहरी सी आंखों से समंदर खुद लजा जाए।
केश तेरे घने काले घटा के रूप लगते हैं,
सुरीला कंठ कोयल सा गज़ल बोली से बन जाए।।७
आना मुबारक़ हो तुझे जाना मुबारक़ हो।
प्यार का हर एक अफ़साना मुबारक़ हो।
तोहफ़े में तुम्हें देने तुम्हारे गीत लाया हूँ,
जनमदिन पर तुझे मेरा नज़राना मुबारक़ हो।।८
खुशयों का खज़ाना हो,होठों पे तराना हो।
साथी तू जहां जाए, क़दमों में जमाना हो।।
सब रिश्ते सुन्दर हों, कभी दूर न अपने हों।
जो तुमने कभी देखे, पूरे हर सपनें हों ।।
हर शाम सुहानी हो, परियों की कहानी हो।
गम दूर रहें तुमसे, हँसती जिन्दगानी हो।।
बहकी पुरवाई हो, ख़ुशबू संग लाई हो ।
तू कदम जहां रख दे,महकी अंगनाई हो।।
चमके से सितारे हो, हर आँख के तारे हो।
दुनिया भी मानेगी, तुम जग से न्यारे हो।।
हर रात दिवाली हो, पूजा की थाली हो ।
होंठों से कही तेरी, हर बात निराली हो ।।
फूलों में बसेरा हो,कलियों का घनेरा हो।
सूरज की किरन के संग, दूर अँधेरा हो।।
पल पल में मस्ती हो,तेरी पलकें हँसतीं हो।
हर खुशियां बसें जाकर,जहां तेरी बस्ती हो।।
रंगीन नज़ारा हो, उल्फत का सहारा हो।
चाहत के बगीचे में, हर फूल तुम्हारा हो।।
गुलज़ार गुलिस्तां हो,तेरे मन में सरसता हो।
अमृत से भरा बादल,छा करके बरसता हो।।
सुन्दर से नज़ारे हों, मौसम में बहारें हों ।
मैं गाऊं जितने भी, हर गीत तुम्हारे हों।।
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