Sumit patel , कविता की एक छोटी कलम
Saturday, February 23, 2019
सर झुकाके तेरे आगे बन्दग़ी लिख दूँ।
Sumit patel
सर झुकाके तेरे आगे बन्दग़ी लिख दूँ।
अपनीदुनियां में तेरे प्यार की कमी लिख दूँ।
अपने गीतों में तुम्हें रोज रोज लिखता हूँ,
अब है मर्जी के तेरे नाम ज़िन्दगी लिख दूँ।।
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment