Sumit patel
नये इस साल का हर पल मुबारक हो तुझे हमदम।
सुहाना सा नया मौसम मुबारक हो तुझे हमदम।
मुबारक हो तुम्हें प्यारे सुनहरा फूल सा जीवन,
ये पहली,साल की बारिश मुबारक़ हो तुझे हमदम।।
नूतन वर्ष का मौसम फुहारें साथ लाया है।
तुम्हारें साथ बीते पलों की याद लाया है ।
बड़ी उम्मीद थी तुमसे मुबारकबाद की मुझको,
तुम्ही ने है इसे भेजा मुबारक़बाद लाया है।।
गरज़ मेरी गरजकरके तुम्हें बादल सुनाता है।
मेरी आँखों के आँसू हैं ये अम्बर जो लुटाता है।
बिजली तड़पती है ज़िगर पर वार करती है,
तुम्हारी याद के किस्से मुझे मौसम सुनाता है।।
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