Saturday, December 8, 2018

"पता है"।

                              Sumit patel

"पता है"

मैं कहता कि मैं पागल हूं,
काश तुम ये कहती "पता है"।
मैं कहता कि मैं तुम्हे बहुत चाहता हूँ,
काश तुम ये कहती "पता है"।
मैं कहता मैं कि मैं तुम्हें सच में बहुत चाहता हूँ,
काश तुम ये कहती, हाँ बाबा! कहा न, "पता है"।
मैं कहता कि हर छूटी कॉल वापस किया है तुम्हें जानकर,
काश तुम ये कहती , "पता है"।
मैं कहता कि हर पल तुम्हें देखने के बहाने ढूंढता था,
काश तुम ये कहती , "पता है"।
मैं कहता कि अब बस तुम्हारे लिए जी रहा हूँ,
काश तुम ये कहती , "पता है"।
मैं कहता कि अब बस तुम्ही जिंदगी हो,
काश तुम ये कहती , हाँ हाँ! "पता है"।
मैं ये कहता हिचकी आती है मुझे बस तेरे नाम की,
काश तुम ये कहती , "पता है"।
मैं कहता तुम मेरे सपनों में रोज आती हो,
काश तुम मुस्कुराकर ये कहती, "पता है"।
मैं कहता तुम्हारी मुस्कराहट कयामत ढाती है,
क़ाश तुम भाव खाकर ये कहती,"पता है"।
मैं ये कहता कि तुम मेरी आशा और विश्वास हो,
क़ाश तुम ये कहती, "पता है"।
मैं कहता कि तुम्हें देने को रोज़ रोज मैं तोड़ता था,
काश तुम फिर से ये कहती, "पता है"।
मैं ये कहता कि तुम्हारी यूज़ की कुछ कलमें मेरी धरोहर हैं,
काश तुम चिढ़कर कहती, "पता है"।
मैं फिर ये कहता जिन्हें तुमने दी नहीं मैंने चुराई थी,
काश तुम अफ़सोस के साथ कहती,"पता है"।
मैं ये कहता कि मैं कल भी निर्दोष था आज भी हूँ,
काश तुम ये पूरे विश्वाश से कहती,"पता है"।
मैं ये कहता कि तड़पन भी तड़पाकर हार गयी पर मैं हारा नहीं,
काश तुम दर्द से सिहरकर कहती, "पता है"।
मैं कहता कि चाँद में बड़ी रात तक तुम्हे निहारता हूँ,
काश तुम जोर से हंसकर ये कहती, "पता है"।
मैं कहता कि तुम्हारी यादें मुझसे बात करती रहती हैं
काश तुम भावुक होकर ये कहती, "पता है"।
मैं ये कहता तुम्हारे साथ बीते लमहों में पूरी जिंदगी जी ली,
काश तुम शांत होकर ये कहती, "पता है"।
मैं कहता कि तुम हमारे सांवरे मैं तुम्हारी राधिका हूँ,
काश तुम रसखान सा चौककर ये कहती, "पता है"।
मैं कहता कि तुम्हारा इंतज़ार अब बहुत करता हूं,realy
काश तुम मेरा दिल बनकर ये कहती,"............है"

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