Sumit patel
ये तेरा प्यारा प्यारा प्यार,
है जिसमें मीठी सी तकरार,
न होना तू मुझसे बेज़ार,
अरे सुन मेरे वो सरकार,
कि तुमको दिल में बसाया है।
तुम्हीं को ख़ुदा बनाया है।।
है तेरा प्यार बड़ा निर्मल,
कि जैसे गंगा जी का जल,
है ऊंचा जितना अडिग अचल,
ये शीतलता में है सन्दल,
मुझे है बस इतनी दरकार,
तेरा हो महका सा संसार,
कि तुमको दिल में बसाया है।
तुम्हीं को ख़ुदा बनाया है ।।
मेरे प्यार का तू दर्पण,
है मेरा सब तुझको अर्पण,
तू मेरा सबसे महंगा धन,
निछावर तुझपे ये जीवन,
बनूं मैं मीरा की करतार,
पांव में नूपुर की झनकार,
कि तुमको दिल में बसाया है।
तुम्ही को ख़ुदा बनाया है।।
तेरा जब लहराए आंचल,
गगन में छा जाएं बादल,
तुम्हारी बोली कहे गज़ल,
खिलता चेहरा लगे कमल,
चलो अब करलो तुम ऐतबार,
निभाना है बस तुमसे प्यार,
कि तुमको दिल में बसाया है।
तुम्ही को ख़ुदा बनाया ह।।
ये तेरा प्यारा प्यारा प्यार,
है जिसमें मीठी सी तकरार,
न होना तू मुझसे बेज़ार,
अरे सुन मेरे वो सरकार,
कि तुमको दिल में बसाया है।
तुम्हीं को ख़ुदा बनाया है।।
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