Wednesday, June 13, 2018

आगे जो बढ़े हो प्यारे आगे ही बढ़ो ।।

                          SUMIT PAYEL


कोई भी भरम न ही चिंता तुम करो,
आगे जो बढ़े हो प्यारे आगे ही बढ़ो।
होंगी मुश्किल आसां ये भरोसा तो करो,
आगे जो बढ़े हो प्यारे आगे ही बढ़ो।।

आसमां के चाँद व सितारे बनो तुम,
फूल से खिले हुए नज़ारे बनो  तुम।
गम की दूर दूर तक परछाई न रहे,
महके महके जीवन में रुसवाई न रहे।
पूरे हों जाएं सपने अपने मन जो गढ़ो।
आगे जो बढ़े हो साथी आगे ही बढ़ो।।

कोई भी भरम न ही चिंता तुम करो ,
आगे जो बढ़े हो प्यारे आगे ही बढ़ो।।

चाहे जो भी मौसम हो,सुहाना हो तेरा,
प्यार भरा खुशयों का तराना हो तेरा।
राहों में हों फूल तुम्हे कांटा न मिले ,
आशाओं की बगिया में निराशा न मिले।
मुझको हैं मंजूर जो भी फैसला करो ।
आगे जो बढ़े हो प्यारे आगे ही बढ़ो ।।

कोई भी भरम न ही चिंता तुम करो ,
आगे जो बढ़े हो प्यारे आगे ही बढ़ो।।

हर बुलन्दी हो तुम्हारी ये दुवाएं हैं मेरी,
तेरी यादों की महकी, हवाएं हों  मेरी ।
तेरा  ही  पुजारी , मैं  दीवाना  हूँ  तेरा ,
मुझको भी कुछ जलने दे परवाना हूं तेरा।
मैं सज़दे में लग जाऊं, तुम देवता बनो।
आगे जो  बढ़े हो प्यारे आगे ही बढ़ो ।।

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