SUMIT PAYEL
आगे जो बढ़े हो प्यारे आगे ही बढ़ो।
होंगी मुश्किल आसां ये भरोसा तो करो,
आगे जो बढ़े हो प्यारे आगे ही बढ़ो।।
आसमां के चाँद व सितारे बनो तुम,
फूल से खिले हुए नज़ारे बनो तुम।
गम की दूर दूर तक परछाई न रहे,
महके महके जीवन में रुसवाई न रहे।
पूरे हों जाएं सपने अपने मन जो गढ़ो।
आगे जो बढ़े हो साथी आगे ही बढ़ो।।
कोई भी भरम न ही चिंता तुम करो ,
आगे जो बढ़े हो प्यारे आगे ही बढ़ो।।
चाहे जो भी मौसम हो,सुहाना हो तेरा,
प्यार भरा खुशयों का तराना हो तेरा।
राहों में हों फूल तुम्हे कांटा न मिले ,
आशाओं की बगिया में निराशा न मिले।
मुझको हैं मंजूर जो भी फैसला करो ।
आगे जो बढ़े हो प्यारे आगे ही बढ़ो ।।
कोई भी भरम न ही चिंता तुम करो ,
आगे जो बढ़े हो प्यारे आगे ही बढ़ो।।
हर बुलन्दी हो तुम्हारी ये दुवाएं हैं मेरी,
तेरी यादों की महकी, हवाएं हों मेरी ।
तेरा ही पुजारी , मैं दीवाना हूँ तेरा ,
मुझको भी कुछ जलने दे परवाना हूं तेरा।
मैं सज़दे में लग जाऊं, तुम देवता बनो।
आगे जो बढ़े हो प्यारे आगे ही बढ़ो ।।
कोई भी भरम न ही चिंता तुम करो,
आगे जो बढ़े हो प्यारे आगे ही बढ़ो।
होंगी मुश्किल आसां ये भरोसा तो करो,
आगे जो बढ़े हो प्यारे आगे ही बढ़ो।।
आसमां के चाँद व सितारे बनो तुम,
फूल से खिले हुए नज़ारे बनो तुम।
गम की दूर दूर तक परछाई न रहे,
महके महके जीवन में रुसवाई न रहे।
पूरे हों जाएं सपने अपने मन जो गढ़ो।
आगे जो बढ़े हो साथी आगे ही बढ़ो।।
कोई भी भरम न ही चिंता तुम करो ,
आगे जो बढ़े हो प्यारे आगे ही बढ़ो।।
चाहे जो भी मौसम हो,सुहाना हो तेरा,
प्यार भरा खुशयों का तराना हो तेरा।
राहों में हों फूल तुम्हे कांटा न मिले ,
आशाओं की बगिया में निराशा न मिले।
मुझको हैं मंजूर जो भी फैसला करो ।
आगे जो बढ़े हो प्यारे आगे ही बढ़ो ।।
कोई भी भरम न ही चिंता तुम करो ,
आगे जो बढ़े हो प्यारे आगे ही बढ़ो।।
हर बुलन्दी हो तुम्हारी ये दुवाएं हैं मेरी,
तेरी यादों की महकी, हवाएं हों मेरी ।
तेरा ही पुजारी , मैं दीवाना हूँ तेरा ,
मुझको भी कुछ जलने दे परवाना हूं तेरा।
मैं सज़दे में लग जाऊं, तुम देवता बनो।
आगे जो बढ़े हो प्यारे आगे ही बढ़ो ।।
No comments:
Post a Comment