Sumit patel , कविता की एक छोटी कलम
Friday, June 22, 2018
माफ़ी ही नहीं है।।
SUMIT PATEL
बहुत मनाने पर भी नहीं मान सके तुम,सुमित
लगता है मेरी गलती की कोई माफ़ी ही नहीं है।।
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